प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर सभी राजनीतिक दलों से भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर आगे बढने तथा सत्र का इस्तेमाल विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने मानसून सत्र पर सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों से संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने की अपील की और कहा कि कार्यवाही चलाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ साथ सभी दलों की समानरूप से है।
बैठक के बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी दलों के लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है और इस छोटे सत्र का पूरा इस्तेमाल किया जाना चाहिए। भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक पर आगे बढने की जरूरत बताते हुए श्री मोदी ने कहा कि सरकार इस विधेयक पर विपक्ष की तरफ से आने वाले सभी अच्छे सुझावों पर विचार करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए यह विधेयक जरूरी है। प्रधानमंत्री बैठक को संबोधित करने के तत्काल बाद विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय श्रमिक सम्मेलन में शामिल होने चले गए।
बैठक में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, जनता दल यूनाइटेड के नेता के सी त्यागी, समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल, बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीश चंद्र मिश्रा, तेलंगाना राष्ट्र समिति के के के राव और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता तारिक अनवर तथा कुछ अन्य विपक्षी नेता शामिल हुए लेकिन तृणमूल कांग्रेस तथा अन्नाद्रमुक की तरफ से कोई शामिल नहीं हुआ। सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू, वित्त मंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह तथा संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी बैठक में मौजूद थे।