मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा का चेहरा बेनकाब हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण पर पुनर्विचार करने की बात कही है। पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि आरक्षण के वर्तमान प्रावधान को समाप्त करने की मंशा जाहिर की है। इस मंशा ने भाजपा का चेहरा बेनकाब किया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का जो नजरिया समाज के पिछड़े, अनुसूचित जाति/जनजाति एवं वंचित तबके के बारे में है, वह स्पष्ट हो गया है। आज उनको वोट हासिल करने के लिये भाजपा आर0एस0एस0 प्रमुख के बयान से भले ही अपने को अलग करने की कोशिश करे लेकिन भाजपा आर0एस0एस0 का एक राजनैतिक संगठन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का जो असली चेहरा है, वह लोगों के सामने आ गया है। वे कभी भी आरक्षण को समाप्त नहीं कर पायेंगे, ऐसा कभी संभव नहीं है। भारतीय संविधान द्वारा वंचित तबकों के दिये गये अधिकार को वे छिन नहीं सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आरक्षित तबके के लेागों को सचेत हो जाना चाहिये। अगर वे अपना एक भी वोट बर्बाद करेंगे तो समझ लें कि वे अपने पैर में कुल्हाड़ी मार रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती द्वारा यह कहा जाना कि सीबीआई का दुरूपयोग हो रहा है, ये उनके विचार हैं। उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर ये बातें कही है। इस पर मुझे कोई टिप्पणी नहीं करना है। उन्होंने कहा कि इतना तो साफ दिख रहा है कि किस तरह से आज देश में सीबीआई का उपयोग करके राजनीतिक स्वार्थ साधने की कोशिश हो रही है। यह जगजाहिर हो चुका है।