राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के समर्थन में आगे आए हैं. सरकार पर दलितों की उपेक्षा करने और इस संबंध में राज्यसभा में नहीं बोलने देने का आरोप लगा कर सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने वाली मायावती के लिए लालू प्रसाद ने कहा कि दलितों/पिछड़ों/अकलियत के नेतृत्व को दबाने की हर कोशिश को नाकाम करेंगे. हम मायावती जी को बिहार से राज्यसभा भेजेंगे.
नौकरशाही डेस्क
इस पर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव ने ट्वीटर पर मायावती के साथ खड़े होने की बात कही थी. लालू ने एक के बाद एक ट्वीट कर लिखा – ‘राजद पूर्ण समर्थन के साथ बहन मायावती के पक्ष में मज़बूती से खड़ा है. वंचितो की आवाज़ कुचलने के भाजपाई इरादों का हम पुरज़ोर विरोध करते है.’ उन्होंने लिखा – ‘अगर दलितों के प्रतिनिधि को उनके ही मसले पर ही संसद में नहीं बोलने दिया जाएगा तो यह लोकतंत्र और संविधान का अपमान है. हम कड़ी लड़ाई लड़ेंगे.’ लालू के अनुसार, BJP संविधान ख़त्म कर संघ का ख़तरनाक agenda लागू करने की और प्रयासरत है. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में भी संघ खेला कर रहा है.
वहीं, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में कहा कि दलित और वंचित वर्ग के खिलाफ अत्याचार से लड़ने के लिए हम मायावती जी के साथ दृढ़ता से खड़े हैं. हम साथ मिलकर कड़ी लड़ाई लड़ेंगे. उल्लेखनीय है कि मंगलवार को राज्यसभा में दलितों पर अत्याचार की घटनाओं पर बोलने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अगर उन्हें अपनी बात नहीं रखने दी जाती है तो वह सदन से इस्तीफा दे देंगी. इसके बाद वह विरोध स्वरुप रोष में सदन से बाहर चली गयी थी. बाद में सुश्री मायावती ने सभापति हामिद अंसारी से संसद भवन में उनके कार्यालय में भेंटकर उन्हें अपने इस्तीफे पत्र सौंपा था.