बसपा प्रमुख मायावती को गाली देने वाले भाजपा से निलंबित नेता दया शंकर सिंह की गिरफ्तारी से मिली कामयाबी का सेहरा अकेल अपने सर बांध रही है जबकि बिहार पुलिस का दावा है कि उसके सहयोग से गिरफ्तारी हुई.
यूपी के पुलिस महकमे द्वारा जारी प्रेस रीलीज में कहीं भी बिहार पुलिस के सहयोग का उल्लेख नहीं है. यूपी पुलिस ने प्रेस-नोट सं136 दिनांक-29-07-2016 में दावा किया है कि
एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश तथा जनपद-लखनऊ की संयुक्त टीम को वांछित अभियुक्त दयाशंकर सिंह को बक्सर(बिहार) से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।
इसमें लिखा गया है कि अभियुक्त दयाशंकर की गिरफ्तारी हेतु जनपदीय पुलिस द्वारा एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश से सहयोग का अनुरोध किया गया था। इस सम्बन्ध में श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश द्वारा श्री एस0आनन्द, अपर पुलिस अधीक्षक को अभिसूचना संकलन एवं जनपदीय पुलिस को अपेक्षित सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में उनके द्वारा टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी.
एस0टी0एफ0 टीम द्वारा बक्सर(बिहार) पहुॅचकर लखनऊ पुलिस के साथ प्राप्त अभिसूचना को साझा करते हुए दयाशंकर सिंह के सम्भावित ठिकानो को चिन्हित किया गया। सूचना प्राप्त हुई कि वह बक्सर के टाऊन थाना क्षेत्र में चीनी मिल के पास किसी से मिलने जायेगा। इस सूचना पर एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश तथा जनपद-लखनऊ की संयुक्त टीम द्वारा गाढाबन्दी कर दयाशंकर सिंह उपरेाक्त को दिनांकः29-07-2016 की अपरान्ह में गिरफ्तार कर लिया गया।
जबकि बिहार पुलिस के आला अधिकारी का कहना है कि बिहार पुलिस ने दयाशंकर सिंह की गिरफ्तारी में मदद की. हालांकि यूपी पुलिस की रीलीज में बिहार पुलिस के सहयोग का कोई उल्लेख नहीं है.