बिहार सरकार ने राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के विधायक पुत्र तेज प्रताप यादव के मंत्री पद पर रहते हुए उनके छोटे भाई तेजस्वी प्रसाद यादव के मॉल की मिट्टी को खपाने के लिए पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान को बिक्री कर सरकारी राशि के किये गये घोटाले की जांच राज्य सतर्कता अन्वेषण ब्यूरो से कराने का निर्णय लिया है ।
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राज्य सरकार ने मॉल-मिट्टी घोटाले की जांच सतर्कता अन्वेषण ब्यूरो से कराने का निर्णय लिया है । राजद अध्यक्ष के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव जब महागठबंधन की सरकार में वन एवं पर्यावरण मंत्री थे, तब उनके छोटे भाई तत्कालीन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दानापुर के सगुना मोड़ स्थित निर्माणाधीन मॉल की मिट्टी को खपाने के इरादे से बगैर निविदा निकाले ही संजय गांधी जैविक उद्यान ने 95.75 लाख रुपये में खरीद की थी।
श्री मोदी ने कहा कि श्री तेजस्वी के पटना के सगुना मोड़ स्थित 750 करोड़ के निर्माणाधीन मॉल से मिट्टी खुदाई का कार्य जब शुरू हुआ था तभी 09 अगस्त 2016 को जैविक उद्यान में मिट्टी के पथो के निर्माण का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया था। प्रस्ताव भेजने के बाद जैविक उद्यान में 95.75 लाख रूपये के तीन पथों के निर्माण कार्य की स्वीकृति प्रदान की गयी थी । उन्होंने कहा कि इस मामले में जैविक उद्यान के निदेशक ने 09 अगस्त 2016 को लिखे अपने पत्र में कहा था कि मिट्टी के पथ निर्माण का औचित्य दर्शकों की संख्या में वर्तमान और भविष्य में होने वाली वृद्धि को देखते हुए लिया गया है ।