मिड-डे मील से हुई मौतों के आठ दिनों बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार मुंह खोला और कहा कि वह शारीरिक रूप से लाचार थे इस लिए घटना स्थल पर नहीं जा सके.
नीतीश कुमार ने कहा यह एक दिल दहला देने वाली घटना है. इससे पहले भी सरकार की ओर से मंत्रियों ने कहा था नीतीश कुमार के पैर में फ्रैक्चर के कारण प्लास्टर चढ़ा था.
नीतीश कुमार ने कहा कि इलाज पूरा होने तक बच्चे सरकार की देख रेख में रहंगे. उन्होंने कहा कि मिड डे मील ’योजना को और बेहतर बनाए जाने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना पर दोषारोपण नहीं होना चाहिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि घटना के बाद जांच के रास्ते में बाधा खड़ी की गई. साथ ही हादसे के शिकार गांव के विकास भी बात नीतीश कुमार ने की. उन्होंने कहा कि इस गांव में एक नया हाईस्कूल खोला जाएगा.उनका यह भी कहना था कि गांव में हर व्यक्ति को सरकार की ओर जारी सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा.