तारा शाहदेव और रंजीत कोहली प्रकरण अतिवादियों और मीडिया के एक ग्रूप के हाथों से निकलता जा रहा है. अब जांच की दिशा जिस तरफ बढ़ रही है वह सेक्स, पावर और पैसे का खेल बनता जा रहा है.
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इस पूरे मामले में लव जिहाद की रट लगाने वाला मीडिया का एक समूह जहां अब शब्दों के इस्तेमाल में मजबूरन काफी शालीनता बरतने लगे हैं. जबकि पहले वे लव जिहाद की रट लगा रहे थे. वहीं इस मामले में दर्जनों नौकरशाह, बिचौलिये और दो मंत्री घिरते जा रहे हैं.
नौकरशाही डॉट इन
सोमवार को इस मामले में झारखंड पुलिस ने राज्य के पर्यटन मंत्री सुरेश पासवान से पहली बार औपचारिक पूछताछ की. इस पूछताछ में पर्यटन मंत्री सुरेश पासवान ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि उन्होंने रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल से मुलाकात की थी. यहां तक कि मंत्री अपने ड्राइवर गणेश यादव के एक मुकदमे में फंस जाने के बाद कोहली से मदद लेने उसके घर भी गए थे.
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पुलिस ने सोमवार को विधानसभा स्थित आवास में मंत्री सुरेश पासवान से आधे घंटे तक पूछताछ की. पासवान ने जिस तरह की जानकारी पुलिस को दी है उससे सहज ही यह सवाल उभरता है कि आखिर एक मंत्री ने किसी ऐसे आदमी से मदद क्यों मांगी जो पॉलिटकल या नौकरशाही सिस्टम का हिस्सा ही नहीं था. मंत्री की स्वीकारोक्ति यह भी बताती है कि रंजीत कोहली ने उन्हें जो मदद की वह उसके निजी रसूख के चलते हुआ होगा.
इस मामले की जांच आईओहरीशचंद्र कर रहे हैं. हरीशचंद्र ने मंत्री से पूछा कि रंजीत कोहली से उनकी पहचान कब और कैसे हुई थी तो इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि कुछ माह पहले बीएनआर होटल में कोहली ने उन्हें प्रणाम किया था तो उन्हें लगा कि कोई अधिकारी होगा. मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह रंजीत कोहली को सिर्फ रंजीत कोहली नाम से जानते हैं, रकीबुल हसन के नाम से नहीं.
इस मामले में मंगलवार को झारखंड पुलिस राज्य के पर्यटन मंत्री हाजी हुसैन अंसारी से भी पूछ ताछ करेगी.
ध्यान रहे कि रंजीत कोहली और तारा शाह देव की शादी पिछले दिनों हुई थी. आपसी विवाद के और मारपीट के बाद तारा ने रांची के हिंदपीड़ी थाने में रंजीत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी. इसमें महिला हिंसा का उल्लेख था लेकिन दो दिनों के बाद इस मामले धर्मपरिवर्तन कराने का आरोप तारा शाहदेव ने जोड़वाया. ध्यान यह भी देने की बात है कि इस मामले को आरएसएस से जुड़े संगठनों ने हवा दी. इस मामले में अखंड भारत नामक संस्था ने अदालत ने याचिका दायर की है.
लेकिन जांच कि दिशा जिस तरफ बढ़ रही है उसके अनुसार यह मामला पति-पत्नी के विवादों की सीमा पार करते हुए अब एक बड़े भ्रष्टाचार की तरफ मुड़ती जा रही है जिसमें दो मंत्रियों के आलावा दर्जन भर अधिकारी भी फंसते जा रहे हैं. इस मामले में कई अधिकारी तो पहले ही निलंबित किये जा चुके हैं.
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