पूर्व लोकसभा अध्यक्ष व कांग्रेस नेता मीरा कुमार ने कहा कि 17 पार्टियों ने मुझे उम्मीदवार बनाया है. सभी को अपनी अंतर्आत्मा की आवाज सुनना चाहिए. जाति की बातों को जमीन में गाड़कर देश को आगे बढ़ना चाहिए. बता दें कि राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार चुनने जाने के बाद मीरा कुमार पहली बार पत्रकारों से रूबरू हुईं.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उठ रहे दलित बनाम दलित के मुद्दे पर कहा कि बड़ी जोर से ये बात उठी है कि देश के सर्वोच्च पद के लिए दो दलित आमने-सामने हैं. समाज की असलियत सामने आ रही है. हम यह आकलन करने में आसानी महसूस कर रहे हैं कि समाज किस तरह सोचता है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की एकता समान विचारधारा पर आधारित है, इसलिए सोनिया गांधी के नेतृत्व में उन्हें 17 दलों के लोगों ने चुना है. उन्होंने बिना नाम लिए एनडीए पर हमला बोलते हुए कहा कि यह विचाराधारा गरीबी का अंत, जाति व्यवस्था का विनाश, प्रेस की आजादी की बात करती है.
मीरा कुमार ने बर्तमान में देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा हाल ही किए गए वीडियो ट्वीट का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मैं जिस लोकसभा की स्पीकर थी, उसके अंतिम सत्र के अंतिम दिन सभी दलों के नेताओं ने अपने-अपने समापन भाषण दिए जो रिकॉर्ड हैं. चाहे पक्ष हो या विपक्ष,सभी ने मेरी कार्यशैली की सराहना की थी. वहीं, नीतीश कुमार का एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन करने पर उन्होंने कहा कि ऐसी बातें होती रहती हैं.