मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरधे गांव में हथियार तस्कर मंजर आलम के घर में कुएं से पुलिस ने फिर भारी मात्रा में एके 47 रायफल के कलपुर्जे बरामद किये है। पुलिस अधीक्षक बाबू राम ने पत्रकारों को बताया कि मिर्जापुर बरधे गांव में हथियार तस्कर मंजर आलम के घर के कुएं से प्लास्टिक के बोरे में बंद भारी मात्रा में एके 47 रायफल के कलपुर्जे बरामद किये गये। उन्होंने बताया कि बोरे से एके 47 के पन्द्रह मैगजीन, ग्यारह पिस्टल-ग्रिप, तीन ब्रिज बोल्ट, दो पिस्टन स्प्रिंग और अनेक महत्वपूर्ण कलपूर्जे जब्त किए गये।
श्री बाबू राम ने बताया कि बरामद कलपुर्जों से यह स्पष्ट होता है कि तस्कर मंजर के घर एके 47 रायफल के खरीददारों के लिए खराब हथियारों की मरम्मत की जाती थी। उन्होंने बताया कि मिर्जापुर बरधे गांव में पिछले कई वर्ष से यह कारोबार चल रहा था और शस्त्र-तस्कर दक्ष कारीगरों की मदद से खराब एके 47 की मरम्मत भी करवाते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने अब मुंगेर के शस्त्र-तस्करों के साथ माओवादी उग्रवादियों के संबंध की भी छानबीन शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि मुंगेर से अबतक बरामद 20 एके 47 रायफल के मामले में गिरफ्तार हथियार तस्करों से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि उन्होंने माओवादी उग्रवादियों के हाथों भी इन घातक हथियारों की आपूर्ति की है।
श्री बाबू राम ने बताया कि मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित भारत सरकार के सेन्ट्रल आर्डिनेन्स डीपो से वर्ष 2012 से 2018 के बीच चोरी-छिपे तस्करी द्वारा मुंगेर में लाए गए 70 एके 47 रायफलों में से अबतक 20 की बरामदगी हो चुकी है जबकि 50 रायफलों की बरामदगी के लिए सघन छापेमारी जारी है। एके47 मामले में पुलिस ने जबलपुर में गिरफ्तार सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो से आर्मरर पद से सेवानिवृत्त पुरुषोत्तम लाल रजक, उसका पुत्र शिवेन्द्र रजक और डिपो का वरिष्ठ स्टोरकीपर सुरेश ठाकुर को रिमांड पर लेकर पूछताछ से कई मामलों का खुलासा होगा।