बिहार विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी सरकार का विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है.
मुख्यमंत्री के भाषण के बीच में ही भाजपा ने सदन का वाकआउट यह कहकर कर दिया कि उसे मुख्यमंत्री की सफाई नहीं सुननी है. सदन से बाहर जाने के बाद एक तरह से भाजपा ने जीतन राम मांझी को बचाने की कोशिश की है. हालांकि मांझी तबियत खराब होने की वजह बता कर सदन में नहीं पहुंचे. लेकिन जद यू ने उन्हें जद यू के सदस्य मानते हुए व्हिप जारी किया ता. लेकिन भाजपा के वाकआउट कर जाने से सरकार का विरोध करने की जरूरत नहीं पड़ी. माना जा रहा है कि यह कार्रवाई मांझी के पक्ष में गयी.
इससे पहले विश्वास प्रस्ताव के पक्ष और विपक्ष में बोलने के लिए तीन घंटे का समय निर्धारित किया गया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विश्वास मत पर भाषण के बीच भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने यह कहते हुए कि मुख्यमंत्री विषय से अलग बयान दे रहे हैं, भाजपा ने सदन से वाक आउट दिया।
बुधवार को शुरू हुए विधानमंडल के सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। अभिभाषण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विश्वासमत पेश किया जिसका राजद के अब्दुलबारी सिद्दीकी, कांग्रेस के नेता सदानंद सिंह व भाकपा के अवधेश कुमार ने समर्थन किया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने अपनी बात रखी।