सूखे की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान प्रदेश के आला अधिकारी भी मौजूद थे। गौरतलब है कि इन दिनों देश के कई राज्य गंभीर सूखे की चपेट में हैं। उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड, महाराष्ट्र के लातूर व कर्नाटक के कई इलाकों में पानी की कमी से लोगों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ अलग-अलग मुलाकत की है।
सूखे की गंभीर स्थिति का सामना कर रहे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज केंद्र से करीब करीब 11 हजार करोड रुपये की मांग की। प्रधानमंत्री ने आज इस बारे में राज्यों की स्थिति की समीक्षा की और तत्काल सहायता का निर्देश दिया। बुंदेलखंड के लिए जल ट्रेन की केंद्र की पेशकश को ठुकराने के कुछ ही दिनों बाद अखिलेश यादव ने 10 हजार टैंकर खरीदने के लिए वित्तीय सहयोग मांगा ताकि उत्तरप्रदेश के इस सूखाग्रस्त इलाके और अन्य सूखा प्रभावित जिलों के गांव में पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यहां करीब एक घंटे तक चली बैठक के बाद यादव ने संवाददाताओं से कहा कि केंद्र और राज्यों को मिलकर काम करना होगा। किसानों को ओलावृष्टि और सूखे की दोहरी मार झेलनी पड रही है। हम गांव तक पानी पहुंचाने के लिए टैंकरों की संख्या बढाना चाहते हैं। यादव ने विभिन्न मदों के तहत सूखा राहत के लिए केंद्र से करीब 11 हजार करोड़ रुपये की मांग की। यह पूछे जाने पर कि बुंदेलखंड के लिए पानी भेजने की पेशकश को राज्य सरकार ने क्यों अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पानी है लेकिन सरकार को गांव तक पानी पहुंचाने के माध्यम की जरुरत है।