बगहा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सभा में उस वक्ता हंगामा शुरू हो गया, जब वे 122 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास कर रहे थे. इसी बीच कुछ महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया. हंगामा कर रही महिलाओं ने मुख्यमंत्री पर विकास में भेदभाव करने का आरोप लगाया. इस दौरान सभा में नीतीश कुमार के समक्ष लोगों ने खड़े होकर विरोध भी दर्ज कराया. उधर, भतीजे यानी पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्हें उसे विकास यात्रा नहीं अपनी सरकार और व्यवस्था के ख़िलाफ़ “दीमक यात्रा” निकालनी चाहिए.
नौकरशाही डेस्क
तेजस्वी ने ट्विटर के जरिये तंज कसते हुए कहा कि CM बतायें, उन्होंने चंपारण में 8 साल में तीसरी बार उप-स्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास रद्द क्यों किया ? किसे पता चलता ? कर देते एक बार और ?अब आपकी चालाकी और ठगी से ग़रीब जनता को छलने नहीं देंगे. एक अन्य ट्विट किया – ‘2009 में चंपारण में सीएम नीतीश जी ने विकास यात्रा के क्रम में एक छोटे से स्कूल की चार दिवारी और एक उप-स्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास किया था. फिर आठ साल बाद आज उसी जगह खड़े है ? किसका विकास, कैसा विकास ? जवाब दें, किसने भ्रष्टाचार किया ? क्यों ग़रीबों की बस्तियों में ये बन नहीं पायें ?
उन्होंने कहा कि जो CM 8 साल पहले शिलान्यास करने के बाद भी एक स्कूल की छोटी सी चार दिवारी नहीं बनवा पायें उसे विकास यात्रा नहीं अपनी सरकार और व्यवस्था के ख़िलाफ़ “दीमक यात्रा” निकालनी चाहिए. आगे लिखा – ‘क उप-स्वास्थ्य केंद्र का 8 साल में तीसरी बार शिलान्यास करने के लिए नीतीश जी ने नया कुर्ता और बंडी सिलवा रखी थी, लेकिन कल मेरे प्रश्न पूछने के बाद शिलान्यास रद्द कर दिया. कर देते, विपक्ष को थोड़े पता चलता?’