मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दिल्ली कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी मुलाकात की व्याख्या गलत है. हम राज्य की बेहतरी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी से मिले. उन्होंने कहा कि वे जदयू अध्यक्ष के नाते नहीं, बल्कि राज्य के मुख्यमंत्री की हैसियत से पीएम से मिले. गौरतलब है कि शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ के सम्मान में दिल्ली में भोज दिया. इसमें नीतीश भी शामिल हुए.
नौकरशाही डेस्क
वहीं, शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी नीतीश कुमार को भोज में शामिल का न्योता दिया था, लेकिन नीतीश उसमें शामिल नहीं हुए. जिसके बाद नीतीश पर मीडिया की ओर सवाल उठाए गए थे. मगर आज भोज के बाद नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि कि मुझे कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने फोन किया तो मैंने अपनी व्यस्तता की वजह से भोज में शरद यादव को भेजे जाने की जानकारी उनको दे दी थी. सोनिया के भोज में मेरे शामिल नहीं होने को लेकर गलत व्याख्या की जा रही है.
उन्होंने कहा कि मॉरिशस के साथ बिहार का भावनात्मक संबंध रहा है, क्योंकि वहां की 52 प्रतिशत आबादी बिहार मूल की है; वर्तमान प्रधानमंत्री भी बिहारी मूल के ही हैं. मुझे प्रधानमंत्री की ओर से जगन्नाथ के सम्मान में दिए गए भोज में शामिल होने का न्योता मिला तो मैं बिहार के मुख्यमंत्री की हैसियत से इस भोज में शामिल हुआ.