इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने बिहार के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की ।
मुख्य चुनाव आयुक्त श्री अरोड़ा के साथ आये आयोग की टीम ने अपर पुलिस महानिदेशक के साथ बैठक की। इसके साथ ही अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ भी समीक्षा बैठक की गयी। आयोग की टीम ने कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत की है। टीम कल राज्य के सभी जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षकों से बात करेगी।
श्री आरोड़ा ने इसके बाद राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग बैठक की। इसमें भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी , भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी समेत अन्य दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। आयोग को भाकपा ने सुझाव पत्र सौपा है, जिसमें पार्टी की ओर से 21 सुझाव दिये गये हैं। इनमें एक मतदान केन्द्र पर 800 से अधिक मतदाता न हों, कमजोर वर्ग के लिये चलंत मतदान केन्द्र का निर्माण, पेड न्यूज पर सख्त कार्रवाई, सड़कों के बजाय गांवों के अंदर पुलिस गश्त की व्यवस्था किया जाना शामिल है।
बैठक के दौरान भाजपा ने मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। पार्टी ने बूथ लेवल ऑफिर्सस ( बीएलओ) की हस्ताक्षरयुक्त पर्ची बांटे जाने के तरीके पर सवाल उठाया है । पार्टी ने आरोप लगाया कि किसी परिवार के एक व्यक्ति को अन्य सदस्यों का पर्चा मिल जाने पर वह उनकी अनुपस्थिति में इन पर्चो का दुरूपयोग कर मतदान करा देता है। वहीं, कांग्रेस ने चुनाव के दिन सभी बूथों पर केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती किये जाने के साथ ही वोटर वेरीफियेबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) से सभी इलेट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) को जोड़ने की मांग रखी है।