बिहार विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने चारा घोटाला मामले में अदालत से सम्मन जारी होने के कारण राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर हंगामा किया, जिसके कारण भोजनावकाश से पूर्व कोई कार्य नहीं हो सका और सभा की कार्यवाही 15 मिनट बाद ही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
विधानसभा में कार्यवाही शुरू होने के बाद राजद सदस्यों ने राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। राजद के सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये। सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया लेकिन राजद सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और वे शोरगुल करते रहे।
सभाध्यक्ष श्री चौधरी ने एक बार फिर हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत होकर अपनी सीट पर आने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि सदस्य सदन को नहीं चलने देना चाहते हैं तो बतायें। प्रश्नकाल का समय प्रश्नोत्तर के लिए होता है। यदि सदस्य सही समय पर किसी विषय को सदन में उठायेंगे तो सरकार उसका जवाब देगी। सभाध्यक्ष के बार-बार आग्रह करने के बाद भी जब राजद सदस्य शोरगुल और नारेबाजी करते रहे तब उन्होंने कहा कि आप नहीं चाहते हैं कि सदन की कार्यवाही चले इसलिए वह सभा की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित करते हैं। राजद सदस्यों के हंगामे के कारण भोजनावकाश से पूर्व निर्धारित कार्य प्रश्नकाल, शून्यकाल और ध्यानाकर्षण नहीं हो सका।
उधर बिहार विधान परिषद में आज राष्ट्रीय जनता दल ने चारा घोटाला मामले में झारखंड की अदालत से सम्मन जारी होने के बाद राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को बर्खास्त करने की मांग को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की । उप सभापति हारूण रसीद के आसन ग्रहण करते ही राजद के सुबोध राय ने मुख्य सचिव श्री सिंह के खिलाफ सम्मन जारी होने के मामले पर सदन में चर्चा कराने को लेकर दिये गये कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर करने की मांग की । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों को जिम्मेवारी सौंप रखी है और राज्य के मुख्य सचिव श्री सिंह के खिलाफ झारखंड की विशेष अदालत ने एक मामले में सम्मन जारी किया है ।