बिहार में भले ही पूर्ण शराबबंदी कानून की धज्जी उड़ाने का खेल कुछ लोग कर रहे हैं लेकिन उत्पाद व पुलिस विभाग ने भी तय कर लिया है कि शराबखोर व शराब माफिया अगर डाल-डाल चल रहे हैं तो प्रशासन पात-पात चल रहा है.
बुधवार को मुजफ्फरपुर के चंद्रलोक होटल में उत्पाद विभाग और पुलिस ने एक ऐसी ही व्यूह रचना की और होटल के अधिकारियों को शराब के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
हुआ यह कि उत्पाद अधीक्षक अमित कुमार को यह गुप्त सूचना मिली कि होटल में ग्राहकों की डिमांड पर शराब परोसी जाती है. और यह शराब इस शर्त पर परोसी जाती है कि ग्राहक होटल का कमरा बुक कराये. इस तरह शराब की दोगुणी-तीन गुणी कीमत वसूलने के साथ होटल के कमरे की आमदनी भी हो जाती थी.
उत्पाद अधीक्षक अमित कुमार ने इस नेटवर्क को ध्वस्त करने और शराब माफियाओं को रंगे हाथो गिरफ्तार करने की रणनीति के तहत एक मेहमान की हैसियत से चंद्रलोक होटल में कमरा बुक कराया. जब रात हुई तो उन्होंने शराब की फरमाइश की. होटल मैनेजर द्वारा मुंहमांगी कीमत बताने पर अमित कुमार ने कीमत देने की पेशकश भी कर दी.
बस क्या था थोड़ी देर में यूपी मेड शराब की बोतल, चिखना और ग्लास ले कर वेटर कमरे में हाजिर हो गया. इस बीच उत्पाद विभाग के कर्मियों ने मौके से होटल के मैनेजर समेत छह कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया. इन में होटल मैनेजर रजनीश , मो., रिजवान वेटर सोनू को गिरफ्तार कर लिया गया है. होटल को सील कर दिया गया है और होटल मालिक राकेश कुमार को पुलिस हिरासत में लेने के लिए छापा मारी कर रही है.