आज मुजफ्फरपुर के सरैया थाना के बहिलवारा गांव में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने से 5 लोगों की मौत हो गई । हिंसा के पीछे प्रेम प्रसंग में हुई लड़के की मौत को कारण बताया गया है।
अनूप नारायण सिंह
भारतेंदु नामक युवक की लाश मिलने के बाद यह मामला अचानक साम्प्रदायिक हिंसा में बदल गया और लोगों ने एक समुदाय के गांव में आगजनी शुरू कर दी. हालांकि कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है लेकिन पुलिस ने चार मौत की पुष्टि की है
अभी इस बात की पुष्टि पता नहीं चल पाया है कि भारतेंदु की मौत की क्या वजह रही लेकिन अफवाह उड़ी की इसके पीछे सदाकत अली का नाम है.
आज सुबह जब बहिलवारा गांव की सीमा से सटे अजीतपुर गांव में भारतेंदु की लाश मिली तो बहिलवारा के लोग आक्रोशित हो गए और अल्पसंख़्यको के घरों में आग लगा दी। महिलाओं और बच्चों को घर से बाहर करके मर्दों को आग के हवाले कर दिया। इस तरह नौ लोगों की मौत हो गई और पचास से अधिक लोग घायल हो गए।
एडीजी मुख्यालय गुप्तेश्वर पाण्डेय के अनुसार घटनास्थल के लिए बीएमपी 5 बीएमपी 10 और बीएमपी 16 के तीन सौ जवानों के साथ सीतामढी ,मुजफ्फरपुर ,समस्तीपुर ,वैशाली और छपरा ज़िलों की पुलिस को भेजी गई है। घटना स्थल पर डीएम ,एसएसपी ,डीआईजी ,आईजी कैंप कर रहे हैं । मुख्यमंत्री जीतराम मांझी ने मृतक के परिजनों को पांच पांच लाख देने के साथ घटना की जांच गृह सचिव और एडीजी मुख्यालय से कराने की घोषणा की है. दूसरी तरफ पुलिस ने 4 लोगों की मौत की पुष्टि की है.
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