मुजफ्फरपुर बालिका गृह में लड़कियों से रेप किये जाने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच कराने की अनुशंसा कर दी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि किंतु एक भ्रम का वातावरण बनाया जा रहा है. मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बहुत ही घृणित घटना घटी है और पुलिस द्वारा मुस्तैदी से इसकी जांच की जा रही है. सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है. इसलिए मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और प्रधान सचिव गृह को उन्होंने तत्काल इस संपूर्ण मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया है.
नौकरशाही डेस्क
वहीं, बिहार विधानसभा के मॉनसूत्र सत्र में गुरुवार को इस मामले में सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्ष ने पोर्टिको में जम कर हंगामा किया. इस मौके पर विपक्षी विधायकों ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह की लड़कियों से रेप मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा. राजद और भाकपा-माले विधायकों ने कल्याण मंत्री का इस्तीफा मांगते हुए उनके पति की गिरफ्तारी की मांग की. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कहा है कि जनता की मांग और भाजपा के घालमेल के कारण मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है. वहीं, विपक्षी विधायक हंगामा करते हुए वेल तक पहुंच गये. हंगामा थमता न देख विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर में बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालिका गृह में बच्चियों के साथ बलात्कार का मामला पिछले मंगलवार को राज्यसभा में राजद के सांसद मनोज कुमार झा और लोकसभा में राजद सांसद जेपी यादव और कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने लोकसभा में मामला उठाया था. इसके बाद सदन में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर कहा कि राज्य सरकार अगर सीबीआई जांच कराये जाने को कहती है, तो केंद्र सरकार सीबीआई जांच कराने को तैयार है.