मुजफ्फरपुर में 10 स्कूली छात्रों को कुचल कर मार डालने के आरोपी भाजपा नेता मनोज बैठा ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. घटना के 5 दिनों बाद बैठा ने समर्पण किया. नेता प्रतिपक्ष लगातार गिरफ्तारी के लिए दबाव डाल रहे थे. इस अभियान में उन्हें राहुल गांधी का भी साथ मिला.
मनोज बैठा ने मुजफ्फरपुर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया. पुलिस ने इलाज के लिए मनोज को पीएमसीएच लाया है. उन्हें विशेष सुरक्षा के बीच इलाज के लिए लाया गया. इस बीच मनोज ने कहा है कि वह गाड़ी नहीं चला रहे थे. वह पिछली सीट पर बैठे थे. मनोज का यह बयान खुद को बचाने की रणनीति लग रही है.
इस बीच तेजस्वी यादव ने कहा था कि मनोज की गिरफ्तारी में देर इसलिए की जा रही थी कि उनकी जांच में दारू पीने के मामले का पता न चल सके. अब पांच दिनों बाद जब वह पुलिस के पास पहुंचे हैं तो इन पांच दिनों में यह पता लगाना मुश्किल है कि उस दिन उन्होंने शराब पी रखी थी या नहीं. इससे मनोज पर शराब पीने संबंधी केस नहीं हो पायेगा.
उधर तेज्सवी ने मनोज के आत्मसमर्पण पर कहा है कि मैंने पहले कहा था 9 मासूम बच्चों का हत्यारा बीजेपी नेता उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी & गैंग के संपर्क में था।नीतीश कुमार उसे जानबुझ कर बचा रहे थे। अब उससे सरेंडर करवा दिया है क्योंकि अब जाँच में शराब पीने की पुष्टि नहीं होगी।