लालू के कभी समर्थक, फिर विरोधी और फिर समर्थक बने समाजवादी नेता शिवानंद तिवारी ने राजगीर में राजद के प्रशिक्षण शिविर में विशेष अतिथि के रूप में भाषण दिया. और आरएसएस को एक खतरनाक संगठन बताते हुए कहा कि वह हिंदुत्व के नाम पर देश का दोबारा टुकड़ा करना चाहता है.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि यह देश अगर सौ करोड़ हिंदुओं का है तो 20 करोड़ मुसलमानों का भी है. अगर हिंदुत्व के नाम पर 20 करोड़ मुसलमानों के नागरिक व धार्मिक अधिकार को वे छीनेंगे तो यह निश्चित है कि देश का एक और विभाजन हो जायेगा. तिवारी ने आरएसएस पर प्रहार करते हुए कहा कि आज की तारीख में आरएसएस के झूठ और धोखे से लड़ना वाला अगर कोई एक दल है तो वह राष्ट्रीय जनता दल है.
उन्होने कहा कि संघ के लोगों को झूठ और अफवाह का प्रशिक्षण प्राप्त है. वह अपने चार करोड़ कार्यकर्ताओं के द्वारा झूठ और भ्रम फैलाता है. उन्होंने कहा कि यूपी में भाजपा की सरकार में कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र दायर करके कहा था कि बाबरी मस्जिद को कोई क्षति नहीं होने दी जायेगी लेकिन उनकी आंखों के सामने बाबरी मस्जिद तोड़ दी गयी. तिवारी ने कहा कि ये लोग प्रशिक्षित झूठे हैं.
राजद का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिवर राजगीर में चल रहा है. शिवानंद तिवारी राजद के सदस्य नही हैं लेकिन उन्हें विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. तिवारी ने कहा कि आरएसएस व भाजपा की विचारधारा खतरनाक है. वह भ्रम का जाल बुनने वाले लोग हैं. नोटबंदी का उदाहरण देते हुए तिवारी ने कहा कि तब मोदी कहा करते थे कि नोटबंदी से आतंकवाद और और नकस्ली आतंकवाद की कमर टूट जायेगी. लोग उनके झांसे में आ गये लेकिन सच्चाई सामने है.
कश्मीर में पत्थरबाजी बढ़ी है और आतंकवाद का सर और ऊंचा हुआ है. तिवारी ने कहा कि नोटबंदी का विरोध करने वाले को एंटिनेशनल कहा गया. उन्होंने कहा कि नेता को जनता के पीछे नहीं चलना होता है बल्कि जनता के मन मस्तिष्क में सच्चाई की बात बिठानी होती है. नोटबंदी के मामले में समाजवादी नेता जनता को सच्ची तस्वीर बताने में असफल रहे.