मुसलमान होने के कारण जीशान अली को नौकरी नहीं देने वाली डायमंड कम्पनी के मुंह पर उसके दो हिंदू दोस्तों ने जोरदार तमाचा लगाते हुए वहां नौकरी करने से मना कर दिया है.
जीशान को ‘हरी कृष्णा एक्सपोर्ट’ कंपनी ने मुस्लिम होने के कारण जॉब देने से इनकार कर दिया था। इसके खिलाफ देशभर में कंपनी के खिलाफ लोगों ने नाराजगी जतायी. जीशान के दो दोस्तों ओमकार बानसोड़े और मुकंद मनीमोहन पांडे भी एमबीए ग्रेजुएट हैं और तीनों ने एक संग आवेदन भी किया. ओमकार ने सिलेक्शन प्रोसेस पूरा कर लिया था जबकि मुकंद का एक दौर बाकी था।
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दैनिक भास्कर डॉट कॉम के मुताबिक पांडे ने इस कंपनी में जॉब करने से इनकार करते हुए कहा, ‘कंपनी ने जो व्यवहार जीशान के साथ किया है उससे मैं नाराज हूं। हम गहरे दोस्त हैं और ऐसी कंपनी में काम नहीं कर सकते जो धार्मिक आधार पर भेदभाव करती हो।’
ओमकार ने भी फैसला किया है कि वह इस कंपनी में नौकरी का दूसरा इंटरव्यू देने नहीं जाएंगे। ओमकार ने तो अपना आवेदन भी वापस ले लिया है. ओमकार ने कहा कि जीशान को जॉब न देने का जो कारण कंपनी ने बताया है उसे मैं किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकता.
ये है असल मामला
गौरतलब है कि जीशान और उसके दोस्तों ने डॉयमंड कम्पनी ने नौकरी के लिए आवेदन किया. बाकी दोस्तों को नौकरी दे दी गयी लेकिन जीशान को एक मेल भेजा गया जिसमें लिखा गया कि कम्पनी इस जॉब के लिए किसी गैरमुस्लिम का चयन नहीं करेगी.
इससे नाराज जीशान ने कम्पनी द्वारा भेजा गया मेल फेसबुक पर डाल दिया. इसके बाद देश भर में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी. राज्य सरकार ने इस मामले की जांच कराने का हुक्म दे दिया है.