मुजफ्फरनगर दंगा मामले में गिरफ्तार भाजपा विधायक संगीत सोम की गिरफ्तारी के खिलाफ मेरठ के खेड़ा में प्रतिबंध के बावजूद महापंचायत के लिए चार हजार लोग एकत्र हो गये.
इस दौरान उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया. जवाब में पुलिस ने हवाई फायरिंग और लाठ चार्ज भी किया है. दैनिक जागरण की खबरों में बताया गया है कि इस हंगामा, पथराव के दौरान तीन लोगों की जान गयी है जबकि 40 लोगों के घायल होने की खबर है.
इधर एबीपी न्यूज की खबरों में बताया गया है कि कोई भी अधिकारी इस संबंध में मीडिया को कोई खबर नहीं दे रहा है. एबीपी ने एक के मौत की खबर बतायी है. अभी तक यह पता नहीं चला है कि मौत कैसे हुई.
मुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगे के मामले में गिरफ्तार बीजेपी के विधायक संगीत सोम पर रासुका तामील कराए जाने के विरोध में सरधना के चौबीस गांवों के ग्रामीणों ने रविवार 29 सितंबर को खेड़ा इंटर कॉलेज में ठाकुर चौबीसी महापंचायत का ऐलान किया था. इस महापंचायत में सरधना व आसपास के ग्रामीण ही नहीं, बल्कि मेरठ व मुजफ्फरनगर जनपद के अन्य इलाकों से भी लाखों की भीड़ जुटने का दावा किया जा रहा था.इस ऐलान के बाद से पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी महापंचायत को रोकने के लिए आयोजकों को समझाने-बुझाने में जुट गए. हालांकि, आयोजक इस पंचायत को लेकर अड़े हुए थे जिसकी वजह से जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जनपद में धारा 144 लगाकर प्रस्तावित महापंचायत पर रोक लगा दी. रोक के बावजूद निर्धारित स्थान पर चार हजार लोग कैसे पहुंच गये, यह एक गंभीर सवाल बना हुआ है.
• डीएम नवदीप रिनवा और एसएसपी दीपक कुमार ने शनिवार को कहा था कि जनपद में शांति-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर धारा 144 लगाते हुए घोषित महापंचायत पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। डीएम ने मुजफ्फरनगर का हवाला देते हुए कहा था कि वहां भी एक महापंचायत के बाद हालात बिगड़े और पूरा जनपद साम्प्रदायिकता की आग में सुलग उठा था.