मॉब लिंचिंग पर तेजस्वी की हुंकार, ‘साम्प्रदायिक नीतीश’ ने दंगाइयों को नहीं कराया गिरफ्तार
सीतामढ़ी मॉब लिंचिंग पर 25 दिनों से नीतीश की चुप्पी के खिलाफ आज तेजस्वी यादव ने धारदार हमला करते हुए उन्हें जनादेश चोर साम्प्रदायिक मुख्यमंत्री तक कहा.
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उन्होंने कहा कि जनादेश के चीरहर्ता एवं सृजन चोर मुखिया आदरणीय नीतीश कुमार की नकारा पुलिस ने अभी तक जानबुझकर 82 वर्षीय बुज़ुर्ग को ज़िंदा जलाने वाले दंगाईयों को नहीं पकड़ा है ताकि वो दरिंदे फिर किसी और को ज़िंदा जला सके और नीतीश जी चुनाव से पहले सांप्रदायिक तनाव पैदा कर वोटों की फ़सल काट सके।
गौरतलब है कि 20 अक्टूबर को सीतामढ़ी के गोशाला चौक पर मूर्ति विसर्जन करने के क्रम में उन्मादी भीड़ ने 82 साल के बुजुर्ग जैनुल अंसारी को धारदार हथियार और डंडों से मारने के बाद जिंदा जला डाला. लेकिन इस मामले में इंडियन एक्सप्रेस ने 10 नवम्बर को प्रकाशित खबर में लिखा है कि हत्यारों केखिलाफ न तो एफआईआऱ की गयी और न ही किसी को गिरफ्तार किया गया.
इस दौरान दंगाइयों में सीतामढ़ी शहर के अनेक मुहल्लों- मुर्गियाचक, गोशाला चौक और मधुबन में अल्पसंख्यक समुदाय के घरों को लूटा और दुकानों को आग के हवाले कर दिया.
इस मामले में पुलिस ने 70 से ज्यादा लोगों के खिलाफ केस द्रज किया है.
इस मामले पर नीतीश कुमार, जो अकसर दावा करते हैं कि उनकी सरकार क्राइम, करप्शन और कम्युनलिजम से समझौता नहीं करती, अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं.
तेजस्वी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आज नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा- “जनादेश चोर सांप्रदायिक मुख्यमंत्री की अंतरात्मा महागठबंधन में इसलिए घुट रही थी क्योंकि हमारे रहते उन्हें किसी को ज़िंदा जलवाने और सांप्रदायिक दंगे प्रायोजित करवाने की छूट नहीं थी। हमने दंगाईयों के नकेल डाल रखी थी। गोडसे के उपासक सीएम की नैतिकता अब मजे में है क्योंकि संघी संग है”