मॉल मामले में बिहार प्रदेश भाजपा ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर हमला तेज कर दिया है. आज पटना में पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बात – बात जवाब देने वाले लालू यादव मॉल पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें। वे कहें कि मॉल उनका नहीं है या फिर कहें की उनका का ही है. सुशील मोदी ने इस मामले में CBI, ED, IT और रेल मंत्रालय भी जाने की बात कही.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने कहा कि मॉल घोटाला भ्रष्टाचार का मामला है. उन्होंने 200 करोड़ की जमीन पर गलत ढंग से महज चार लाख रूप में कब्जा कर लिया. यह कालाधन को सफेद करने का प्रयास है. इसके खिलाफ दस्तावेज भी मीडिया के सामने है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को तो अब लालू यादव को इकनॉमिक एडवाइजर बना देना चाहिए.
गौरतलब है कि शुक्रवार को सुशील मोदी ने फरवरी 2005 में हर्ष कोचर को झारखंड के रांची और ओड़ीसा के पुरी स्थित रेलवे के दो होटल को बेचे जाने का आरोप लालू यादव पर लगाया था. उन्होंने कहा था कि बदले में पटना के सगुना मोड़ के निकट दो एकड़ से अधिक जमीन बेनामी तरीके से डिलाईट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम निबंधन करवा लिया. मोदी मोदी ने ही पिछले दिनों लालू के बेटे और नीतीश सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव पर इस अंडर कंस्ट्रक्शन मॉल से निकली मिट्टी 90 लाख रुपए में वन विभाग को बेचने का आरोप लगाया था. इस मामले में नीतीश सरकार ने जांच के आदेश दे भी दिए हैं.
उधर, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने भी इस मामले में लालू यादव को घेरा है. नित्यानंद राय ने कहा कि अभी मॉल घोटाला हुआ है. लालू बताएं कि मॉल किसका है. इससे पहले भी उन्होंने लालू यादव को घोटालों का सरताज बताया था और सरकार से मिट्टी घोटाले की जांच सर्वदलीय समिति या हाईकोर्ट के रिटायर्ड से कराने की मांग की थी. उन्होंने इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए थे.