प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार साल पहले बिहार के यदुवंशियों के लिए द्वारिकाधीश का संदेश लेकर आये थे। पटना के गांधी मैदान में आयोजित भाजपा की रैली में उन्होंने खुले रूप से यादवों से भाजपा के लिए वोट मांगा था। प्रधानमंत्री एक बार फिर लालू यादव के खिलाफ यादवों से वोट मांगने 14 अक्टूबर को मोकामा आ रहे हैं। मोकामा टाल में लालू यादव के खिलाफ ‘जयनुमा विकास’ के लिए ताल ठोकेंगे और भाजपा के लिए वोट मांगेंगे।
वीरेंद्र यादव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मोकामा यात्रा आधिकारिक है और मोकामा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री तीन हजार करोड़ से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। वे उसी दिन पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल होंगे और इसके बाद मोकामा में योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री की मोकामा यात्रा के लिए भाजपा का संगठन और भाजपा के हिस्से की सरकार मुंगेर, पटना साहिब, नालंदा और बेगूसराय लोकसभा से जुड़ें इलाकों में कैंप कर रही है। नेता, कार्यकर्ता से लेकर मंत्री तक प्रधानमंत्री की यात्रा को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय की पूरी टीम प्रधानमंत्री की यात्रा में भीड़ बढ़ाने के लिए दिन-रात लगी हुई है। भाजपा की सरकार यानी मंत्री गांव-गांव में लोगों से भाजपा की रैली में आने का आग्रह कर रहे हैं। लगभग सभी मंत्री मोकामा-बडहिया टाल के इलाकों में जनसंपर्क कर रहे हैं। निश्चित रूप से तकनीकी शब्दों में प्रधानमंत्री की मोकामा यात्रा सरकारी यात्रा है। लेकिन भाजपा ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है और भीड़ जुटाने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। इसके विपरीत पीएम की मोकामा यात्रा को लेकर जदयू में कोई हलचल नहीं है।
प्रधानमंत्री की मोकामा रैली में विकास के दावों के बीच भ्रष्टाचार के नाम पर लालू यादव पर हमला भी होगा। कफन में पॉकेट भी तलाशे जाएंगे। इसके साथ ही लालू यादव के आधार वोट पर डोर डालने का प्रयास भी होगा। प्रदेश अध्यक्ष नित्यांनद राय को भी नया सूत्र थमाया जाएगा। लेकिन परिणाम के लिए इंतजार करना होगा।