वाइव्रांट गुजरात समिट में नरेंद्र मोदी ने जब फर्राटेदार अंग्रेजी में भाषण दिया तो एक चैनल उनके अंग्रीजी ज्ञान का खूब बखान किया लेकिन भेद खुला कि यह टेटिप्रांटर का कमाल है. आइए जाने कैसे काम करता है यह.
नौकरशाही डेस्क
नरेंद्र मोदी ने वाइव्रांट गुजरात के आयोजन में इसी डिवाइस का इस्तेमाल कर अंग्रेजी में भाषण दिया. तो लोगों को लगा कि वह अंग्रेजी पढ़ नहीं रहे बल्कि बोल रहे हैं. उनके इस भाषण की एक चैनल ने खूब तारीफ की. लेकिन इस डिवाइस के द्वारा भाषण देती हुए खबर दिव्य भास्कर में छपी उसके बाद दुनिया को पीएम मोदी के भाषण का पता चला.
टेलिप्रांप्टर का आविष्कार फ्रेड बार्टन, हुबर्ट शाफ्ले, इर्विंग बर्लिन ने 1950 में किया. बार्टन एक एक्टर ते जिन्होंने इस यंत्र को इस्तेमाल किया. इसका पहला राजनीतिक उपयोग 1952 में अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया.
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