न्यूयार्क के ‘सिख फार जस्टिस’ नामक संगठन ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ऑनलाइन अभियान शुरू करते हुए अमेरिकी हुकूमत से उनका निमंत्रण रद्द करने की मांग कर दी है.
इस संगठन ने मोदी को गुजरात में 2002 के साम्प्रदायिक दंगों का आरोपी बताया है. इस संगठन ने इस पहले कांग्रेसी नेताओं सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के खिलाफ अभियान भी अभियान चलाया था. इन दोनों नेताओं के खिलाफ 1984 के सिख विरोधी दंगों पर अभियान चलाया गया था.
सिख फॉर जस्टिस संस्था ने इस अभियान को अपने फेसबुक पेज पर भी जारी किया है. संगठन ने कहा है कि ऐसे समय में हमें मुस्लिम भाइयों के साथ गोलबंद होने की जरूरत है. इस पेज के 60 हजार से ज्यादा मेम्बर हैं.
संगठन द्वारा कल शुरु इस अभियान को ‘आनलाइन याचिका अभियान’ में कहा गया है. इसके अनुसार ‘‘व्हाइट हाउस में मोदी की मेजबानी करने के बजाय, राष्ट्रपति ओबामा को मोदी की निंदा करनी चाहिए और मुस्लिमों, सिखों और ईसाइयों के खिलाफ हिंसा के लिए भाजपा पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.’’
ज्ञात हो कि ओबामा ने 30 सितंबर को व्हाइट हाउस में बैठक के लिए मोदी को निमंत्रण दिया है.
याचिका में आरोप लगाया गया है, ‘‘जून 1984 में भाजपा ने स्वर्ण मंदिर में सैन्य हमले को उकसाया जिससे हजारों सिख श्रद्धालुओं का नरसंहार हुआ.
इस अभियान में यह भी कहा गया है कि 2008 में भाजपा ने ओडिशा में ईसाइयों के खिलाफ हिंसा की साजिश रची.’’ इस याचिका पर 20 अगस्त तक कम से कम एक लाख हस्ताक्षरों करने की अपील की गयी है.