नोटबंदी का सुझाव दे कर सुर्खियों में आये अर्थशास्त्री अनिल बोकिल भी मोदी सरकार की नोटबंदी के तरीकों के खिलाफ खड़े हो गये हैं. बताया जाता है कि अनिल बोकिल ही वह अर्थशास्त्री हैं जिन्होंने हजार और पांच सौ के नोट को बंद करने का सुझाव पीएम नरेंद्र मोदी को दिया था.
मुम्बई मिरर को दिये इंटर्व्य में अनिल बोकिल ने कहा कि उनकी सलाह के कुछ बिंदुओं को ही माना गया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से जब वह जुलाई में मिले थे तब उन्होंने ने नोटबंदी पर पांच बिंदुओं पर एक साथ अमल करने की सलाह दी थी लेकिन उनकी मात्र तीन सलाह को स्वीकार किया गया.
बोकिल ने कहा कि नोटबंदी अब ऐसे हाल में पहुंच गयी है कि अब इसे न तो रिजेक्ट किया जा सकता है और न ही एक्सेप्ट किया जा सकता है. बोकिल ने दावा किया कि उनकी संस्था ने जो सुझाव दिये थे अगर उस पर अमल किया जाता तो इतनी अफरातफरी नहीं फैलती.
उन्होंने कहा कि हमने सुझाव दिया था कि राज्य और केंद्र सरकार के डारेक्ट और इन डारेक्ट टैक्स के सिस्टम को खत्म किया जाये. कैश निकासी पर कोई टैक्स ना लिया जाये, बैंक ट्रांजेक्शन टैक्स लागू किया जाये, ट्रांजेक्शन की लिमिट को वैद्यता प्रदान की जाये और हाई वैल्यु के करेंसी नोट पर रोक लगायी जाये. अनिल बोकिल अर्थक्रांति संस्था के प्रमुख हैं और वह पिछले 16 सालों से इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं.