बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को लम्बे अर्से बाद सियासी दापेंच से 10 दिनों के लिए निजात मिल गयी है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को लम्बे अर्से बाद सियासी दापेंच से 10 दिनों के लिए निजात मिल गयी है.
हालांकि यह कहना मुश्किल है कि वह 10 दिनों के अमेरिकी प्रवास के दौरान अपोजिशन की पार्टी राजद व तेजस्वी यादव पर हमला बोलना बंद करेंगे कि नहीं. लेकिन यह तो तय है कि दुनिया के सबसे अमीर मुल्क में भ्रमण के बाद वह अनेक चीजें सीखेंगे.
वहां वह ‘सेंटर फाॅर स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज वाशिंगटन’ (Centre For Strategic & International Studiies), अमेरिका के अन्तर्गत ‘ग्लोबल हेल्थ पाॅलिसी’ (Global Health Policy) के निमंत्रण पर 11 दिसम्बर को अमेरिका के लिए प्रस्थान करेंगे। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी होंगे.
वाशिंगटन में आयोजित कार्यक्रम में बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए सुधार का मातृत्व, नवजात शिशु एवं शिशु स्वास्थ्य पर हुए प्रभाव पर अमेरिका के स्वास्थ्य क्षेत्र के नीति निर्धारकों, गैर सरकारी संस्थाओं के साथ विमर्श करेंगे।
इसके अतिरिक्त सन फ्रांसिस्को में स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय, एटलांटा में CENTRE FOR DISEASE CONTROL तथा अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त KAISER PERMANANTE INTERNATIONAL अस्पताल श्रृंखला का भी भ्रमण कर अमेरिका की स्वास्थ्य व्यवस्था, नर्सिंग प्रशिक्षण, दवा की सप्लाई चेन मैनेजमेंट व्यवस्था का अध्ययन करेंगे।
इसके साथ सनफ्रांसिस्को में विश्व विख्यात गूगल एवं एटलांटा में माइक्रोसाॅफ्ट के मुख्यालय का भी भ्रमण करेंगे।
अमेरिका में बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेषन तथा केयर (CARE ) के अन्तर्राष्ट्रीय मुख्यालय में शिशु एवं मातृत्व मृत्यु दर, परिवार नियोजन, टीकाकरण का स्वास्थ्य एवं पोषण पर हुए प्रभाव की विस्तृत समीक्षा करेंगे। दौरे के अन्तिम दिन वाशिंगटन में विश्व बैंक द्वारा सम्पोषित जीविका कार्यक्रम की उपलब्धियों कीविश्व बैंक के अधिकारियोंके साथ समीक्षा करेंगे।