सीमांचल के पूर्णिया में अपने चुनावी मुहिम के अंतिम दिन पीएम मोदी ने आक्रमण का तीर लालू-नीतीश से मोड़ कर सोनिया की तरफ तान दिया है. आखिर क्यों?
नौकरशाही ब्यूरो
सीमांचल में कांग्रेस बिहार के अन्य इलाकों में अब भी मजबूत है. मोदी ने सोनिया पर आक्रमण भी इसी लिया किया है. 2014 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज लोकसभा सीट कांग्रेस के असरारुल हक ने जीती थी. इसी सीमांचल से कांग्रेस के सर्वाधिक विधायक भी हैं. इस बार भी वहां कांग्रेस की तरफ से भाजपा को टक्कर मिल रही है.
मोदी ने पूर्णिया की रैली में कहा ‘मैडम सोनिया जी आपने तो 35 साल राज किया। आज 2 नवंबर है। 1984 का 2 नवंबर याद करो। इंदिरा गांधी की हत्या हो गई थी। इसके बाद कत्ल-ए-आम किया गया। कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगे। आज उसी 2 नवंबर को कांग्रेस पार्टी टॉलरेंस पर भाषण दे रही है। कांग्रेस पार्टी डूब मरो! अभी भी सिखों के आंसू नहीं पोछे गए हैं।”
गौरतलब है की भाजपा और उसके गठबंधन ने तमाम मोदी लहर के बावजूद सीमांचल की सभी सात लोकसभा सीटों पर चुनाव हार गयी थी. हालांकि 2010 में इस क्षेत्र की 25 सीटों में से 13 विधायक भाजपा के हैं. लेकिन यह तब का गणित है जब भाजपा जद यू के साथ थी. और अब जद यू आरजेडी और कांग्रेस साथ हैं.
पूर्णिया में मोदी ने यूं तो सोनिया पर ही तीख हमले किये लेकिन बिजली, सड़क, पानी जैसे मुद्दे पर उन्होंने नीतीश को घेरा और कहा कि उनके गठबंधन ने इस जिला को विकास से वंचित किया है.