प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि भाजपा सिर्फ ब्राह्मण-बनियों की पार्टी नहीं है। लेकिन सत्ता संभालते ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि भाजपा सरकार में ब्राह्मण फर्स्ट। बिहार विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने आज जनता दरबार के बाद पत्रकारों से चर्चा में नरेंद्र मोदी सरकार के सामाजिक संतुलन व भागीदारी की बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में दर्जन भर ब्राह्मण मंत्री हैं। निषाद समाज से साध्वी निरंजना को मंत्री बनाया गया है। पांच मंत्री दलित समाज से हैं। श्री मोदी ने कहा कि कई मंत्रियों के सरनेम से जाति का पता ही नहीं चलता है। केंद्र सरकार में अभी 66 मंत्री हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर ही मंत्रिमंडल में सामाजिक समीकरण नहीं बनाने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार में कोई वैश्य समाज का मंत्री नहीं है।
नौकरशाही ब्यूरो
भाजपा नेता ने कहा कि वह मुख्य सचिव व डीजीपी को पत्र लिखेंगे कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संपर्क यात्रा के दौरान प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी उनकी अगवानी के लिए न आएं और न वह किसी सरकारी बैठक में शामिल हों। उन्होंने कहा कि भाजपा नीतीश कुमार की यात्रा के दौरान संबंधित जिलों के अधिकारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखेगी, ताकि नीतीश कुमार सत्ता का दुरुपयोग नहीं कर सकें।
श्री मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने संपर्क यात्रा में भीड़ जुटाने के लिए महीने भर से पार्टी के विभिन्न प्रकोष्ठों और जातीय समूहों के साथ बैठक कर रहे थे। उनकी संपर्क यात्रा सिर्फ कार्यकर्ताओं के लिए है। इसमें आम जनता की भागीदारी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जदयू में कार्यकर्ता नहीं, सिर्फ अभिकर्ता बच गए हैं। उन्होंने कहा कि वह नीतीश कुमार की यात्रा के दौरान हर दिन एक सवाल पूछेंगे। श्री मोदी ने मंत्रियों व सरकारी अधिकारियों पर यात्रा के नाम पर जबरन चंदा वसूली का आरोप भी लगाया।