मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने पर जंगल राज की वापसी किसी हाल में नहीं होने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि यह चुनाव में विकास के मुद्दे से ध्यान भटकाने की भाजपा के नेतृत्व वाले राजग की चाल है।
श्री कुमार ने पटना एक न्यूज चैनल ग्रुप की ओर से आयोजित ‘बिहार डायलॉग’ कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 10 वर्ष में न्याय के साथ विकास के एजेंडे पर ही काम किया है और आगे भी मौका मिला तो वह इसी पर काम करेंगे । उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला राजग चुनाव में विकास के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए लोगों को जंगल राज के नाम पर डराने की कोशिश कर रहा है । मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अल्पमत में आ गयी उनकी सरकार पिछले छह माह से राजद और कांग्रेस के समर्थन से ही चल रही है । ऐसे में जब छह माह में कानून का राज समाप्त नहीं हुआ और बिहार में पहले जैसी तस्वीर थी वैसी ही अभी भी है तो चुनाव के बाद सरकार बनने पर स्थिति में परिवर्तन कैसे आ सकता है ।
श्री कुमार ने कहा कि बिहार अपराध के मामले में देश में 22 वें नम्बर पर है । प्रत्येक एक लाख की आबादी पर संज्ञेय अपराध का राष्ट्रीय औसत 229 है जबकि बिहार में यह आंकड़ा 174 है । बिहार में अब कानून का राज है और इसे हर हाल में कायम रखा जायेगा । उन्होंने कहा कि वर्ष 1996 से पहले उनकी पार्टी श्री लालू प्रसाद यादव के साथ ही थी । बाद में वह उनसे अलग हुए और उनके खिलाफ वोट के बिखराव को रोकने के उद्देश्य से उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन किया था । इस बार भी राजद के साथ गठबंधन मुद्दों के आधार पर किया गया है ।