वरिष्ठ साहित्याकार कर्मेंदु शिशिर मौजूदा मोदी सरकार को अब तक की सबसे जाहिल और बर्बर सरकार मानते हैं. आखिर क्यों? पढ़िये उन्हीं के शब्दों में.
बसाहडा की घटना की दुनिया भर में घोर निंदा हो रही है.भारत का माथा शर्म से झुक तो गया ही है उसे इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ेगी.देश को बर्बाद करने वालो को इससे क्या मतलब?
आधी रात को जबरन पुजारी से चाबी छीन लाऊडस्पीकर से सैकड़ो लोगो को बुलाकर एक निरपराध की निर्मम हत्या कर दी जाती है सिर्फ इसलिए कि वह मुसलमान है? न मनुष्य, न पड़ोसी न ग्रामीण? ऐसी आदमियत क्या रहा धर्म,कैसे हिन्दू? संस्कृति मंत्री जी इसे हादसा कह देते है.
धन्य है ऐसी संस्कृति और धन्य है मंत्री.यह एक आदमी पर नहीं बल्कि भारत की बुनियाद पर हमला है.यह एक मध्यमार्गी मानसिकता का देश है जो अति बर्दाश्त नहीं करता.भाजपा को होश नहीं कि जनता में बहुत तेजी से उसके प्रति नकार बढ़ रहा है.गाय तो बहाना है निशाना कंही और है.विकास के नाम पर कत्लगाह बनाना.जनता भले थोड़ी देर से समझे मगर समझने भर की ही देर है.
भाजपा को मंदिर और गाय ही करना है यही है विकास,यही है संस्कृति?यह आज़ादी के बाद की सबसे जाहिल और बर्बर सरकार है-यही बात कल आने वाले इतिहास में माना जायेगा.
फेसबुक से
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