मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज किशनगंज में बाढ़ राहत शिविर के हालात का जायजा लेते हुए कहा कि यह तत्काल सहायता है. इसके बाद सभी बाढ़ पीड़ितों को और सहायता दी जायेगी. अनाज, कपड़ा व बर्तन सहित अन्य आवश्यक चीजों के लिए पैसा दिया जायेगा. जितने लोगों के घर ध्वस्त हुए हैं. फसल की जहां-जहां क्षति हुई है. सबके लिए पैसा दिया जायेगा.
नौकरशाही डेस्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुदरत के सामने किसी का जोर नहीं चलता है, लेकिन कुदरत हमें सबक जरूर सीखा देती है. इस बार की जो बाढ़ आयी है, इसने एक सबक सिखाया है. उन्होंने कहा कि बिहार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पैसे की चिंता नहीं करनी है. कितना पैसा लगेगा, इसकी परवाह किये बगैर पहले हमलोगों को सभी पीड़ितों की सहायता करनी है.
उन्होंने आज अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड के हांसा, किशनगंज प्रखंड के मिल्लिया इंजीनियरिंग कालेज व कटिहार जिले के कदवा में राहत शिविर का भी जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की व राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. बता दें कि पिछले 12 दिनों के बिहार के 18 जिले बाढ़ की विभीषिका झेल रहे हैं. बाढ़ के चलते अबतक 341 लोगों की मौत हुई है और 1.46 करोड़ लोग प्रभावित हैं.