सलमान खान के याकूब को फांसी न देने की अपील के बाद अब सुप्रीम कोर्ट के जज मार्कंडेय काटजू ने कहा है कि याकूब के साथ इंसाफ का भोंडा मजाक हुआ है.
काटजू ने कहा कि उन्होंने जजमेंट की प्रति को बड़ी बारीकी से पढ़ा है और इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि अदालत ने जिस अधार पर उन्हें दोषी करार दिया है वह बहुत कमजोर है.
काटजू ने कहा कि यह सब जानते हैं कि अपने देश में पुलिस कैसे आरोपी से गुनाह कुबूल करवाती है. वह इसके लिए टार्चर तक करती है. अपने ब्लाग में काटजू ने जॉन ऑफ आर्क का उदाहरण देते हुए बताया है कि टार्चर किये जाने पर जॉन आफ आर्क ने खुद को डायन होना स्वीकार कर लिया था. उन्होंने कहा कि याकूब मेनन के केस में भी ऐसा ही हुआ है. काटजू ने कहा कि दाऊद के मामले में भी ऐसा ही हुआ है.
गौरतलब है कि याकूब मेनन को मुम्बई ब्लास्ट मामले में फांसी की सजा दी गयी है. इस फैसले पर सलमान खान ने कहा कि बेकूसर याकूब को फांसी देने के बजाये उसके दोषी भाई टाइगर मेमन को फांसी दी जानी चाहिए. वहीं इसी तरह का बयान एडवोक्ट तुलसी ने देते हुए कहा कि भारत को याकूब का एहसान मानना चाहिए कि उसने हमें पाकिस्तान में हमारे खिलाफ हुई साजिशों की जानकारी दी.
हालांकि इस मामले में भाजपा और हिंदू सेना ने सलमान का विरोध किया.