यूपी में योगी सरकार के आते ही निचले स्तर के दर्जनों पुलिसकर्मियों के बाद अब आईपीएस हिमांशु कमुार पर निलंबन की गाज गिरी है. हिमांशु ने पहले ही संशय जताया था कि ‘यादव’ सरनेम वाले अधिकारियों की शामत आने वाली है.
नौकरशाही ब्यूरो
2010 बैच के हिमांशु बिहार के मोतिहारी से हैं.
गौरतलब है हिमांशु कुमार को चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने तबादला कर दिया था. वह इससे पहले मैनपुरी और फिराजोबाद के एसपी रह चुके थे. हिमांशु ने ट्विट कर लिखा था कि यादव सरनेम वाले अधिकारियों के ऊपर भारी दबाव है और उन्हें साइडलाइन करने की तैयारी की जा रही है.
हालांकि हिमांशु ने इस ट्विट को डिलिट कर दिया था लेकिन तबतक उनका काफी विरोध हो चुका था. मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी ने उनके निलंबन की अनुशंसा कर दी है.
चुनाव के पहले भाजपा ने आरोप लगाया था कि यादव सरनेम वाले अधिकारियों को समाजवादी पार्टी महत्वपूर्ण पदों पर बिठा रही है.
हिमांशु के निलंबन के बाद उन्होंने एक और ट्विट किया और लिखा कि जीत सत्य की ही होती है. हिमांशु ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के भाषण के उस अंश को भी रिट्विट किया है जिसमें राजनाथ सिंह यह कहते हुए दिख रहे हैं कि उनकी सरकार धर्मा याद जाति के आधार पर कोई भेद भाव नहीं करती.