युथ फॉर स्वारज के प्रतिनिधियों के साथ सैकड़ों छात्राओं ने एक मार्च निकाला और सीएम नीतीश कुमार के नाम ज्ञापन जारी किया है.
यूथ4स्वराज के तत्वाधान में छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने जा रहे थे। कुछ दूर जाने पर पुलिस के द्वारा पत्रकारों को गाली देने पर मामला तूल पकड़ लिया। छात्राओं ने भी इस अभद्रता का बहुत विरोध किया। मुख्यमंत्रीजी जो घर घर दस्तक देने की बात करते हैं वो घर आये छात्राओं के दस्तक का जबाब नहीं दे पाये। मुख्यमंत्री साहेब ने ज्ञापन लेने से भी मन कर दिया।
प्रणव प्रकाश, संजीब झा के नेतृत्व में हुआ प्रदर्शन
इस प्रदर्शन में छात्र-छात्राओं के साथ युथ4स्वराज के संरक्षक प्रणव प्रकाश, प्रदेश संयोजक कुमार कन्हैया एवं राष्ट्रीय संयोजक संजीव कुमार झा, सुजीत कुमार एवं दीपक कुमार भी उपाथित थे।
सुश्री खुशबू ने कहा क़ि आज बिहार की छात्रायें हर जगह छेड़खानी एवं अन्य अपराधों से त्रस्त हैं। और तो और, इस तरह के विपरीत माहौल में कई दफा इनके सहपाठी भी लगातार छेड़ छाड़ और उत्पीड़न कर रहे होते हैं। कुमार कन्हैया ने कहा की छात्राओं को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से दी जाने वाली मानसिक एवं शारीरिक यंत्रणा दीर्घकालिक विपरीत प्रभाव छोड़ती है। पीड़ित छात्राओं का भविष्य कुंठित व अवसादग्रसित हो जाता है।
पत्रकारों से पुलिस की नोकझोक
संजीव झा ने कहा क़ि किशोरावस्था में छात्रायें संकुचित सामाजिक बंधनों एवं परंपरागत मर्यादाओं से जकड़ी काफी निरीह और लाचार होती हैं। ज्यादातर मामलों में ये अन्याय चुपचाप सह जाती हैं। प्रशासन को तो छोड़िये, इनके अभिभावक भी ज्यादातर सच्चाई से अनभिज्ञ होते हैं।
प्रणव प्रकाश ने कहा कि महिलाओं के सम्बन्ध में आये दिन घोषणायें होती रहती हैं – कभी महिला हेल्पलाइन का उदघाटन होता है, तो कभी महिला आयोग का गठन होता है। फिर कभी महिला थाने या महिला सेल का उदघाटन किया जाता है। कभी बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों की दुहाई दी जाती है तो कभी पुलिस बल में 50 प्रतिशत महिलाओं के बहाली की बातें होती हैं। आशा है आपकी जिम्मेदार सरकार इस सन्दर्भ में वचनबध्यता एवं जिम्मेदारी के साथ अविलंब काररवाई करेगी।
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