तमिलनाडु में एक मुस्लिम युवक को इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया है कि उसने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के खिलफ टिप्पणी में लिखा था कि जिले में संघ की गतिविधियां बढ़ रही हैं और इसमें मुस्लिम महिलाओं का धर्म परिवर्तन भी शामिल है.
द हिंदू अखबार ने तमिलनाडू के एसपी के हवाले से लिखा है कि असलम को पी मुनिथुराय की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है. मुनिथुराय स्कूली बच्चों के लिए वैन चलाते हैं. असलम पर धारा 295 के तहत धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगाया गया है.
असलम पर यह भी आरोप है कि उसने लिखा था कि मुस्लिम लोग मुनिथोराय के वैन का इस्तेमाल नहीं करें. जबकि मुनिथोराय का कहना है कि वह किसी संगठन से नहीं जुड़ा है.
कुछ लोगों का आरोप है कि पुलिस कुछ मामले इतनी संवेदनशील हो जाती है कि बिना वाजिब वजह के गिरफ्तारी तक कर लेती है जबकि कई नेता, और मंत्री दो समुदायों के बीच नफरत की ऐसी बातें करते हैं कि दंगे तक हो जाते हैं और उनके खिलाफ केस तक नहीं होता.
दो समुदायों के बीच घृणा फैलाने वाले नेताओं में अकबरुद्दीन ओवैसी तो हैं ही, साध्वी प्रचाची, प्रवीण तोगड़िया जैसे दर्जनों नाम हैं.