मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज युवाओं के विकास के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि युवाओं के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं है । श्री कुमार ने विश्व कौशल दिवस के अवसर पर यहां ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत में युवाओं की आबादी सबसे ज्यादा है और देश के अंदर बिहार में सर्वाधिक आबादी युवाओं की है। ऐसे में देश का विकास तभी संभव है, जब युवाओं का विकास होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में उनकी सरकार बनने के साथ सात निश्चय योजना का एलान किया गया था, जिसमें पहला तथा एक अन्य निश्चय सीधे युवाओं से जुड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय का पहला निश्चय है, आर्थिक हल, युवाओं को बल। इस निश्चय योजना के पांच अवयव हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को उच्च शिक्षा के लिये स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की योजना की शुरूआत की गयी है। राज्य का उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सकल नामांकन अनुपात 13 प्रतिशत है, जिसे बढ़ाना है। युवा गरीबी के कारण बारहवीं से आगे नहीं पढ़ पाते हैं। बारहवीं से आगे पढ़ने वाले इच्छुक युवाओं को चार लाख रूपये तक का स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिये बैंक से समझौता किया गया है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के अन्दर दी जा रही ऋण के मूलधन के साथ सूद की भी गारंटी राज्य सरकार देगी।
श्री कुमार ने कहा कि युवा कौशल कार्यक्रम के तहत युवाओं को 240 घंटों का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके लिये हर प्रखण्ड में कौशल विकास केन्द्र की स्थापना की गयी है तथा इसके लिए प्रशिक्षकों का भी चयन कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि दिसम्बर 2016 में जब कार्यक्रम शुरू हुआ था, तब 48 केन्द्र थे, जिसमें 1978 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। जुलाई 2017 में 1 लाख 13 हजार युवा प्रशिक्षण के लिये नामांकित हैं। 82 हजार युवाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है।