यूपी सरकार की एक चिट्ठी से राममंदिर निर्माण पर उठे तूफन के बाद प्रमुख सचिव गृह आरएम श्रीवास्तव को मांफी मांग ली है.
इस मामले को लेकर मचे राजनीतिक बवंड के बाद उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर न सिर्फ सार्वजनिक रूप से पत्र में हुई चूक पर माफी मांगी, बल्कि इसके लिए हुई चूक के लिए उन्होंने कहा कि वह कोई भी सजा भुगतने को तैयार हैं.
आरएम श्रीवास्तव ने बताया कि पत्र में काम के दबाव के चलते कई स्तर पर गड़बड़ियां हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे सजा मिलनी चाहिए, मैं कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं’
मामला
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक एक चिट्ठी में सरकार ने कहा था कि सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर अयोध्या में राम मंदिर के पुनर्निर्माण पर विचार के लिए फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रेट को बैठक के लिए बुलाए जाने का जिक्र किया है.
इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने इस चिट्ठी में हुई चूक करार दिया है.