उत्त्र प्रदेश में पुलिस कर्मियों को सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने का जिम्मा दिया जाने लगा है। इससे कानून व्यवस्था पर ही सवाल खड़ा होने लगा है।
परवेज आलम, लखनऊ से
डीजीपी ऑफिस ने 28 नवम्बर को आदेश जारी कर लखनऊ में तैनात सभी डीजी, एडीजी, आईजी और डीआईजी को कहा गया है कि वे अपने अधीन कार्यरत कम से कम आधे पुलिसकर्मियों को 63 वीं अखिल भारतीय पुलिस हॉकी प्रतियोगिता के उदघाटन और समापन समारोह में मौजूद रहना सुनिश्चित करेंगे।
जिन तारीखों में यूपी पुलिस के मैच होंगे, उनमें भी कम से कम एक-तिहाई पुलिस कर्मी को मैच देखने के आदेश दिए गए हैं। एसएसपी लखनऊ को उद्घाटन और समापन पर मौके पर 10 पेट्रोल कार रखने को कहा गया है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपनी ड्यूटी छोड़ कर इस प्रकार जबरदस्ती हॉकी मैच दिखाने को जनहित के विपरीत बताते हुए इस आदेश को रद्द करने की मांग की है।
उनका कहना है कि एक तरफ तो पुलिस अफसर पुलिस बल की कमी का रोना रोते हैं और दूसरी ओर उन्हें ऐसे गैर-जरुरी कामों में लगाया जा रहा है, जो पूरी तरह गलत है। इस प्रवृत्ति पर रोक लगायी जानी चाहिए।