सवादेश में साम्प्रदायिक शक्तियों की बढ़ती ताकत पर जनता दल राष्ट्रवादी ने गंभीर चिंता जताते हुए सेक्युलरिज्म के नाम पर वोट मांगने वाले दलों की चुप्पी पर ल उठाया है.
जनता दल राष्ट्रवादी के कंवेनर अशफाक रहमान ने कहा है कि जिस तरह से देश में हिंदुत्व सर उठा रहा है ऐसे में सेक्युलरिज्म के नाम पर राजनीति करने वालों की चुप्पी अपराध से कम नहीं है.
उन्होंने कहा कि उनकी चुप्पी दर असल हिंदुत्व को ही शक्तिशाली बनायेगी. उन्होंने कहा कि हालाता बद से बदतर होते जा रहे हैं और ऐसे हालात से देश के 25 करोड़ मुसलमानों के लिए गंभीर चिंता की बात है.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों की जमीन तंग करने की तमाम कोशिशे शुरू हो गयी हैं. बूचड़खानों को यूपी में बंद करके मुसलमानों के एक खास तबका को बेरोजगारी के दहाने पर खड़ा कर दिया गया है और यह उनकी रोजी रोटी पर हमला है. उन्होंने कहा कि किसी तबका को बेरोजगार बना देना देश के संविधान की धज्जी उड़ाना है.
अशफाक रहमान ने कहा कि बड़ी बारीकी से अदालत के बाहर बाबरी मस्जिद का मसला हल करने की आड़ में उसे छीन लेने की रणनीति बनायी जा रही है. रहमान ने इस बात पर संदेह जताया कि आने वाले दिनों में मस्जिद से होने वाली अजान पर भी पाबंदी लगायी जा सकती है.
अशफाक रहमान ने उलेमा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे मुसलमानों को अलग अलग खेमे में बांट कर कमजोर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उलेमा ने मुसलमानों को इस्लाम पर चलने के बजाये खुद अपने रास्ते पर चला कर उन्हें अलग अलग गिरोह में बांट कर कमजोर कर रहे हैं.
अशफाक रहमान ने जोर दे कर कहा कि मुसलमानों को उलेमा द्वारा गिरोहबंदी में बांटने की कोशिशों से आजाद होना चाहिए और इस्लाम के उसूलों पर चलते हुए भाईचारे को मजबूत करनी चाहिए.