मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की सरकार का खेवैया कौन है। किसके हाथ में है सत्ता की पतवार। किस मांझी के मार्ग दर्शन में तय हो रही है नीति व योजनाओं की दिशा। किन आइएएस अधिकारियों के जिम्मे है सीएमओ (मुख्य मंत्री कार्यालय)। यह सहज ही सवाल उठता रहा है।
वीरेंद्र कुमार यादव
अभी चार आइएएस अधिकारी हैं, जो मुख्यामंत्री के कार्यों में सीधा सहयोग या हस्तक्षेप करते रहे हैं। इसमें तीन अतिरिक्त प्रभार में हैं, जबकि एक पूर्णतया सीएमओ में हैं। इन चार में दो राजस्थान के हैं, जबकि दो बिहार के हैं। इसमें एक प्रतिनियुक्ति पर आए हैं। मुख्यममंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार स्वा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव भी हैं। उनका पदस्थापन सीएमओ में है, जबकि वह स्वास्थ्य विभाग में अतिरिक्त प्रभार में हैं। वह मूलत: पटना के रहने वाले हैं और 1984 बैच के आइएएस अधिकारी है। मुख्यमंत्री के ओएसडी अमृतलाल मीणा कृषि विभाग के प्रधान सचिव हैं। सीएमओ में वह अतिरिक्तह प्रभार में हैं। वह राजस्थान के रहने वाले हैं और 1989 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।
सीएमओ में दो आइएएस मुख्य मंत्री के सचिव हैं। इसमें अतीश चंद्रा 2010 से ही मुख्यमंत्री के सचिव हैं। वह 1994 बैच के आइएएस हैं और मूलत: राजस्थान के रहने वाले हैं। संजय कुमार सिंह ओडिसा कैडर के 2002 बैच के आइएएस हैं और बिहार में प्रतिनियुक्ति पर आए हुए हैं। वह कई जिलों में सेवा देने के बाद अभी सीएमओ में हैं।
इन चारों अधिकारियों की जिम्मेवारियों का स्पष्ट विभाजन है। प्रधान सचिव दीपक कुमार मुख्य सचिव व सीएमओ के बीच कड़ी का काम करते हैं। आवश्यकता पड़ने पर वह पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी परामर्श करते हैं। अमृतलाल मीणा मुख्यमंत्री के राजनीतिक मामलों को देखते हैं और कार्यक्रमों के अनुसार मुद्दों के संदर्भ में सीएम को परामर्श देते हैं। इसके अलावा प्रशासनिक मामलों में उनकी राय ली जाती है। जबकि संजय कुमार सिंह और अतीश चंद्रा सीएम के दैनिक, प्रशासनिक और राजनीतिक मामलों में सहयोग करते हैं।
(तस्वीर- फोटो जर्नलिस्ट सोनू किशन के सौजन्य से)