अखिलेश यादव पर कुशासन, भाईभतीजावद का आरोप लगा कर सत्ता में आये योगी सरकार ने एक महिला पुलिस अफसर का तबादला सिर्फ इसलिए कर दिया है क्योंकि उन्होंने भाजपा नेता के हेलमेट नहीं पहनने पर फाइन कर दिया था.
भाजपा नेता ने इस ट्रांस्फर को अपने गौरव को बनाये रखने के लिए यह जरूरी था.
गौरतलब है कि बुलंदशहर की चौकी इंचार्ज श्रेष्ठा ठाकुर का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह भाजपा नेताओं को फटकार लगा रही थीं. इस वीडियो को भाजपा नेताओं ने अपने लिए अपमानजनक बताया था.
बुलंदशहर स्थित सयाना सर्किल इंचार्ज रहीं ठाकुर ने पांच भाजपा नेताओं को ‘कर्तव्य निभाने से रोकने’ के आरोप में जेल भेज दिया था।
अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्टके अनुसार भाजपा के 11 विधायकों ने इस मसले पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा के शहर अध्यक्ष मुकेश भारद्वाज ने यह माना कि ‘पार्टी कार्यकर्ताओं का गौरव बरकरार रखने’ के लिए ठाकुर का ट्रांसफर किया गया है।
गौरतलब है कि ठाकुर का ट्रांसफर राज्य के ही बहराइच जिले में किया गया। ठाकुर और भाजपा नेताओं में उस वक्त बहस हो गई थी जब वो पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना दे रहे थे। भाजपा नेताओं का कहना था कि उनके ही पार्टी कार्यकर्ता प्रमोद से पुलिस ने हेलमेट ना पहनने पर 2,000 रुपए फाइन किया था क्योंकि उसने हेलमेट नहीं पहन रखा था।