उत्तर प्रदेश भाजपा विधायक दल के नेता योगी आदित्यनाथ। कल राज्य के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। जाति से राजपूत आदित्यनाथ मूलत: उत्तराखंड के रहने वाले हैं। 1998 में पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित आदित्यनाथ फिलहाल गोरखपुर शहर विधान सभा क्षेत्र के बूथ संख्या 226 के वोटर हैं। उनका क्रम संख्या 216 है।
वीरेंद्र यादव
2014 में उन्होंने अपना नामांकन गोरखपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए किया था। उनके द्वारा दाखिल शपथ पत्र में उनका नाम मात्र आदित्यनाथ है। शपथपत्र में उनके नाम के साथ ‘योगी’ शब्द का कहीं इस्तेमाल नहीं किया गया है। शपथपत्र के अनुसार उनके पास 6 बैंक खाते हैं। इनमें 4 स्टेटबैंक ऑइ इंडिया और दो पंजाब नेशनल बैंक में हैं। उन्होंने 1992 में एचएन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड से बीएसएसी की डिग्री हासिल की है। वे अविवाहित हैं और उनकी आय का मुख्य स्रोत सांसद के रूप में मिलने वाला वेतन व भत्ता है। उनके पास टाटा सफारी, इनोवा और न्यू फार्च्यूनर गाड़ी है और तीनों की संयुक्त कीमत 36 लाख बतायी गयी है। उनके पास आभूषण भी बड़ी संख्या में हैं। शपथ पत्र में उनकी चल व अचल संपत्ति की कीमत 72 लाख से अधिक बतायी गयी है।
भूमिहार होने की सजा भुगतनी पड़ी मनोज सिन्हा को
और सीएम पद की दौड़ में पिछड़ गए मनोज सिन्हा। बिहार की जमीन से जुड़े यूपी से लोकसभा सदस्य और रेल राज्यमंत्री। उनकी एकमात्र ‘अयोग्यता’ है कि वे भूमिहार जाति हैं, जिसकी संख्या उत्तर प्रदेश की संख्या मात्र एक फीसदी है। वह भी बिहार से जुड़े इलाकों से में ही । भाजपा ने भूमिहार जाति के होने के कारण मनोज सिन्हा को नकार दिया। मनोज सिन्हा को सीएम का दावेदार बताने वाला मीडिया आज यही कह रहा है।