झारखंड के राज्यपाल डा0 सैयद अहमद ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न हुई है और प्रदेश में नयी सरकार का गठन राज्य को सकारात्मक नेतृत्व तथा राजनीतिक स्थिरता प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा। डा.अहमद ने चौथी झारखंड विधानसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन आज सदन में अपने अभिभाषण में कहा कि उनकी सरकार राज्य में प्रशासन को पारदर्शी, संवेदनशील एवं लोक प्रतिबद्ध बनाने के लिए कृतसंकल्प है । भ्रष्टाचार मुक्त शासन की स्थापना हमारा लक्ष्य है।
झारखंड विधानसभा में राज्यपाल का संबोधन
राज्यपाल ने कहा कि राज्यकर्मियों को उनके उत्तरदायित्वों के निर्वहन के लिये जवाबदेह बनाया जायेगा और योजनाओं के कार्यान्वयन के लिये सम्बन्धित अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे। जन शिकायत निवारण के लिये प्रत्येक प्रशासनिक स्तर पर आपत्ति निराकरण सेल की स्थापना की जायेगी ताकि जनता की शिकायतों का निराकरण निर्धारित समय सीमा के अंदर हो सकें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कर्मियों तथा पदाधिकारियों द्वारा जवाबदेही में किसी प्रकार की कोताही तथा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। गैरजिम्मेदार अधिकारियों तथा कर्मियों के विरुद्ध त्वरित न्यायसंगत प्रशासनिक कार्रवाई की जायेगी। राज्य के पुलिस तंत्र को जन आकांक्षाओंके प्रति संवेदनशील बनाने की दिशा में भी सार्थक प्रयास किया जायेगा। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक के प्रदीप यादव ने भी कुछ बातों को रखना चाहा लेकिन उनकी बाते नहीं सुनी जा सकी।