इंडिया टीवी की एंकर तनु शर्मा के यौन शोषण के लिए कथित तौर पर मजबूर करने संबंधी उनके बयान के बाद अब रजत शर्मा और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी की मांग जोर पकडने लगी है.
जर्नलिस्ट्स यूनियन फाॅर सिविल सोसाइटी (जेयूसीयस)ने इण्डिया टी0वी0 की रिर्पोटर तनु शर्मा के साथ हुए मानसिक उत्पीड़न औरदुव्र्यवाहर की निंदा की। बैठक में कहा गया कि इण्डिया टी0वी0 कीरिर्पोटर तनु शर्मा ने पुलिस को जो बयान दिया वह लोकतन्त्र के चैथे स्तम्भ के पीछे की छिपी हुई गंदगी को उजागर करता है। चूँकि यह पूरा मामला भाजपा के करीबी पत्रकार रजत शर्मा और उनकी पत्नी रितु धवन से जुड़ा हुआ है, इसलिए पूरें प्रकरण को प्रशासन द्वारा दबाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। रितु धवन ने जिस तरह से अनीता शर्मा और एमएन प्रसाद के जरिए तनु शर्मा को काॅरपोरेट्स और राजनेताओं के ‘पास’ जाने के लिए दबाव बनाया, वह कई सवाल खड़े करता है।
जर्नलिस्ट्स यूनियन ने की मांग
बैठक में इस पूरे प्रकरण की सी0बी0आई0 जाँच की मांग की गई ताकि यह साफ हो जाए कि आखिर वे कौन से राजनेता और उद्योगपति हैं जिनके पास इंण्डिया टी0वी0 अपने महिला पत्रकारों को भेजने की कोशिश करता था। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि चूंकि रजत शर्मा संघ परिवार के छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े रहे हैं और उनके भाजपा व संघ नेताओं से नजदीकी रिश्ते हैं वे तथ्यों से छेड़ छाड़ कर सकते हैं और जांच को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए रजत शर्मा, रितु धवन और अनीता शर्मा व इस मामले से जुड़े अन्य लोगों के काॅल डिटेल्स, मैसेज, ई मेल आदि को तुरंत सुरक्षित किया जाए ताकि इस पूरे प्रकरण में संलिप्त राजनेताओं, और मीडियाकर्मियों, उद्योगपतियों को उनके करतूतों की सजा दी जा सके। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने चुनाव आयोग से भी मांग की कि तनु शर्मा प्रकरण ने काॅरपोरेट्स और राजनेताओं की गठजोड़ का भी खुलासा किया है, इसलिए लोकसभा चुनाव में इण्डिया टी0वी0 की भूमिका पर भी जांच होनी चाहिए क्योंकि यह पूरा प्रकरण लोक सभा चुनाव के दरम्यान का ही
जेयूसीएस ने प्रेस काउंसिल आॅफ इंडिया से मांग की है कि वह इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मीडिया संस्थानों में महिला पत्रकारों के यौन उत्पीड़न पर एक उच्चस्तरीय जांच आयोग बनाए और इस पर निश्चित समयावधि के अंदर अपनी रिपोर्ट रखे। मीडिया संस्थानों से जेयूसीएस ने मांग की कि वह तनु शर्मा के इंसाफ की इस लड़ाई में आगे आएं, क्योंकि जिस तरह से मीडिया संस्थानों से इससे जुड़ी खबरों को दबाया जा रहा है वह पत्रकारीय मूल्यों के खिलाफ ही नहीं महिला विरोधी रवैया भी है, जो ऐसा करने वाले सभी मीडिया सस्थानों को रजत शर्मा और इंडिया टीवी के इस अपराध भागीदार बना देता है।
रजत गिरफ्तार हों
बैठक में रजत शर्मा और रितु धवन की तुरंत गिरफ्तारी की भी मांग करते हुए तनु शर्मा को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की गई। क्योंकि पिछले दिनों संघ परिवार से ही नजदीकी रखने वाले आसाराम द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न के अहम गवाह की हत्या कर दी गई थी। बैठक में राघवेन्द्र प्रताप सिंह, हरेराम
मिश्रा, लक्ष्मण प्रसाद, मु0 आरिफ, अनिल यादव, गुफरान सिद्दीकी और शाह आलम इत्यादि उपस्थित थे।