राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने घोषणा की कि तीन माह बाद होने वाले बिहार विधानसभा के चुनाव में महिलाओं एवं युवाओं को अधिक से अधिक उम्मीदवार बनाया जायेगा
श्री यादव ने पटना राजद के प्रदेश कार्यालय में मगध प्रमंडल के पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 26 जून तक वह सभी प्रमंडल के कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे । इसके बाद चुनाव की रणनीति तैयार की जायेगी । उन्होंने कहा कि सभी कार्यकतार्ओं को वह एकही मूल मंत्र दे रहे हैं कि इस बार का विधानसभा चुनाव बिहार का नहीं, बल्कि देश का चुनाव है ।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि बिहार विधानसभा के चुनाव पर पूरे देश की नजर लगी हुई है। साम्प्रदायिक शक्तियों से प्रदेश के लोगों को इस बार के चुनाव में लोहा लेना है । उन्होंने कहा कि बिहार की धर्मनिरपेक्ष जनता किसी भी हाल में साम्प्रदायिक शक्तियों को बर्दास्त करने वाली नहीं है और समय आने पर इसका करारा जवाब देगी । श्री यादव ने कहा कि वर्तमान समय में देश एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है ।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय उनकी पार्टी और जदयू के अलग-अलग चुनाव लड़ने से ही ‘गैंची मछली’ हाथ से निकल गयी थी, लेकिन अब राजद एवं जदयू के कार्यकर्ता अपने हाथों में ..राख.. लगाकर उसे दबोचने के लिए तैयार हैं । इस बार के चुनाव में साम्प्रदायिक शक्तियां जो लोगों को डसने में लगी है उसे हर हाल में कुचलना है। राजद अध्यक्ष ने कहा कि राजद -जदयू -कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन होने से पूरा देश बिहार के चुनाव पर टकटकी लगाये हुए है। सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को इस गठबंधन से काफी उम्मीद है । उन्होंने कहा कि बिहार भगवान बुद्ध, भगवान महावीर और सूफी संतों का प्रदेश है और यहीं से राक्षस रूपी अहिरावण के भूजा को उखाड़ने का काम किया जायेगा।