सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड (जदयू) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को परिवारवाद की पार्टी बताया और कहा कि राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लालू प्रसाद यादव के परिवार का बोलबाला कायम होने से यह साबित हो गया है। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि लोकतंत्र के नाम पर राजद परिवारवाद की पार्टी बन गई है। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी को उपाध्यक्ष बनाने के साथ ही तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव और मीसा भारती को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया हैं। राजद केवल घर-परिवार और निजी स्वार्थ वाली राजनीतिक पार्टी बनकर रही गयी है।
श्री प्रसाद ने कहा कि बिना किसी सेवा, संघर्ष अथवा राजनीतिक अनुभव के अपने परिवार के सदस्यों को राजनीति में महत्वपूर्ण पदों पर बैठाने के पीछे लालू प्रसाद की मंशा है कि उनकी पार्टी पूरी तरह से उनके परिवार के हाथों में रहे, नहीं तो पार्टी दूसरे हाथों में चली जायेगी और लालू सहित उनके परिवार की वंशवाद राजनीति खतरे में पड़ जायेगी। लालू ने राजद को ‘जेबी’ पार्टी बना कर रखा है।
जदयू प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि लालू सहित उनके परिवार की राजनीति का मकसद सिर्फ बेनामी बेहिसाब संपत्ति जमा कर किसी भी तरह सत्ता पाने का है। इसके लिए राजद अनर्गल आरोप और अनाप-शनाप बयानबाजी कर राज्य के अंदर अराजकता कायम करना चाहती है और मीडिया में बने रहने का काम कर अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को छिपाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य की जनता लालू प्रसाद यादव एवं उनके परिवार की राजनीति को जनता खत्म कर देगी।