राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ कल होने वाली रैली के लिए गांधी मैदान में पूरी तरह सजा दिया गया है. राजद की इस ‘देश बचाओ, भाजपा भगाओ’ रैली में अब महज एक दिन का फासला है और इस दौरान गांधी मैदान से स्टेशन की ओर आनी वाली सड़क को लालू परिवार वाले पोस्टर से पाट दिया गया है. कई जगह पोस्टर पर महाघोटला और महाधोखा लिखा गया है, जो एक तरह से महागठबंधन से अलग हुए नीतीश कुमार की ओर इशारा है.
नौकरशाही डेस्क
राजद की रैली कि तैयारियों के बारे में भाई अरुण कुमार ने बताया कि रैली की तैयारी का काम पूरा हो चुका है. रैली में महान किसान नेता चौधरी चरण सिंह, राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, महात्मा गांधी, भीमराव आंबेडकर, मौलाना अब्दुल कलाम, ज्योतिबा राव फुले, वीपी सिंह, सुभाष चंद्र बोस, वीर कुंवर सिंह, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मधु लिमये एवं पेरियार के नाम पर द्वार बनाये गये हैं. हालांकि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने इस रैली का आयोजन की घोषणा भाजपा और संघ परिवार के खिलाफ की थी, मगर 26 जुलाई को अचानक महागठंबधन छोड़ भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार भी अब निशाने पर होंगे. इसके लिए विधान सभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने बिहार की जनता के बीच जा कर कई सभाएं की है.
बता दें कि कल पटना के गांधी मैदान में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के आह्वान पर एक विशाल रैली का आयोजन किया गया है, जिसमें विभिन्न दलों के 21 नेताओं ने शामिल होने की सहमति दी है. राजद ने रैली में शामिल होनेवाले नेताओं की सूची जारी की है. इसमें शरद यादव (जदयू), पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस), अखिलेश यादव (सपा), गुलाम नबी आजाद (कांग्रेस), सीपी जोशी (कांग्रेस), तारिक अनवर(एनसीपी), चौधरी जयंत सिंह (आरएलडी), सुधाकर रेड्डी (सीपीआई), डी राजा (सीपीआई), बाबू लाल मरांड़ी (जेबीएम), टीकेएस एलेनगोवन (डीएमके), के जोशमणि (के कांग्रेस), हेमंत सोरेन (जेएमएम), एनके प्रेमचंद्रन (आरएसपी), बदरूद्दीन अजमल (एआइयूडीएफ), जगमीत सिंह बरार(टीएमसी), किरणमय नंदा (सपा), अली मुहम्मद सागर (एनसी), अली अनवर(जेडीयू), बी हनुमंत राव (कांग्रेस) और डॉ दानिश अली (जेडीएस) शामिल हैं. हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती इस रैली में शामिल नहीं होंगी.